जब कभी टूट कर बिखर जाती हूँ मैं तुम्हें दिल के बहुत पास कहीं पाती हूँ। जब कभी टूट कर बिखर जाती हूँ मैं तुम्हें दिल के बहुत पास कहीं पाती हूँ।
जो धन पास दूसरे के पास हमारा, पुस्तक तक सीमित ज्ञान महान। जो धन पास दूसरे के पास हमारा, पुस्तक तक सीमित ज्ञान महान।
हर कोई एक दूसरे को छोड़े जा रहा है। हर कोई एक दूसरे को छोड़े जा रहा है।
एक ही चीज़ सिखाए एक ही चीज़ सिखाए
जिंदगी दाेस्ताें के बिना बेकार है... जिंदगी दाेस्ताें के बिना बेकार है...
उसको देख कर मैं फिर बेहाल था क्या? और उसका भी यही सवाल था क्या? हम पास होकर भी क्यों उसको देख कर मैं फिर बेहाल था क्या? और उसका भी यही सवाल था क्या? हम पास होक...